Graphic Designer kaise Bane , Graphic Designer Banne ke liye qualification kya honi chahiye , Graphic Designer kon-kon si Job kar sakta hai , इस लेख में आपको इन सबका जवाब मिल जायेगा।
ग्राफ़िक डिज़ाइन (Graphics Design) क्या है? इसकी कहाँ-कहाँ जरुरत होती है और इसके Career Option क्या है
ग्राफिक डिजाइन के बारे में सोचते ही आपके दिमाग में क्या आता है? यह एक प्रकार से लोगो डिज़ाइन, एवं डिजिटल मार्केटिंग ग्राफिक, चित्रण, बुक डिज़ाइन कवर या सोशल मीडिया टेम्पलेट्स हो सकता है। लेकिन ग्राफ़िक डिज़ाइन का क्षेत्र बहुत ही व्यापक है।
ग्राफ़िक डिज़ाइन एक कला है जो विभिन प्रकार के रंगो एवं चित्रों का मिला जुला प्रोजेक्ट है जो और आमतौर पर कंप्यूटर या टैबलेट पर किए जाते हैं।
सही मायने में ग्राफ़िक डिज़ाइन एक चित्रों के द्वारा बिना बोले दर्शकों को समझाने की कला है। ऐसे चित्र जो देखने वाले को यह समझा दे की ये किसलिए बनाया गया है। चित्र को देखते ही सबसे पहले दर्शक के मन में जो बात आती है वही एक सफल ग्राफ़िक डिज़ाइन है।
ग्राफिक डिज़ाइन एक रचनात्मक प्रक्रिया है जिसमें दृश्य संचार और प्रस्तुति के लिए विभिन्न तत्व जैसे चित्र, रंग और आकार का उपयोग किया जाता है। इसमें डिज़ाइनर टेक्स्ट और छवियों को व्यवस्थित करते हैं, चाहे वो प्रिंट मीडिया हो, डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म हो, या कोई और मीडियम में। ग्राफ़िक डिज़ाइन हर जगह देखी जा सकती है – लोगो, पोस्टर, विज्ञापन से लेकर, वेबसाइट, मोबाइल ऐप आदि।
अब बात आती है यह कहाँ कहाँ काम आता है।
बेरोजगारी के इस दौर में ग्राफ़िक्स डिज़ाइन युवाओं के लिए एक बहुत ही अच्छा विकल्प है। और इसका क्षेत्र बहुत ही व्यापक है। िग्रफिक्स डिजाइनिंग का काम करने वाले युवाओं के वेबसाइट, एडवरटाइजिंग एजेंसीज, किताबें, पतरकारिता, पोस्टर, कंप्यूटर गेम्स, प्रोडक्ट्स पैकेजिंग जैसे बहुत सी जगहों पर काफी डिमांड है अगर आप भी इसमें अपने करियर बनना चाहते है तो इसके लिए Graphic Design Course की मदद ले सकते है।
Graphic Design Career Option
१ क्रिएटिव डायरेक्टर
२ डिज़ाइन मैनेजर
३ सीनियर ग्राफ़िक डिज़ाइनर
४ ब्रांडिंग डिज़ाइनर
५ प्रोडक्ट डिज़ाइनर
६ वेब डिज़ाइनर
ग्राफ़िक डिज़ाइनर कैसे बने ( Graphic Designer kaise Bane )
12वीं करने के बाद, आप ग्राफिक डिजाइनिंग में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स कर सकते है और इस क्षेत्र में अपने बेहतरीन करियर बना सकते हैं।
यहां सर्टिफिकेट कोर्स से लेकर बैचलर और पीएचडी कोर्स तक कई विकल्प उपलब्ध हैं। इन कोर्सों की फीस 20 हजार रुपये से लाखों रुपये तक हो सकती है।
आजकल, कई कॉलेज और विश्वविद्यालयों में ग्राफिक डिजाइनिंग के संबंध में कोर्स प्रदान किए जा रहे हैं।
कोर्स करने के पश्चात इस क्षेत्र में एक्सपीरियंस बहुत ही महत्व रखता है। आपका जितना एक्सपीरियंस होगा उतने ही जॉब्स ज्यादा होगी और पैकेज भी उतना ही बढ़िया होगा।
Thank You
मुझे आशा है की यह लेख आपके लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होगा।